2025-05-31 17:05:49
संवाददाता
नई दिल्ली। राजधानी की चार इंजन की सरकार 100 दिन में ही पूरी तरह फेल होती नजर आ रही है। दिल्ली में मानसून सर पर आने को है और हमारे नगर निगम के अधिकारियों की नींद अब जाकर खुली है। नगर निगम ने नालों से गाद निकालने का काम तो शुरु कर दिया है। लेकिन, शहर भर के निवासियों का कहना है कि यह काम सिर्फ एक समस्या को दूसरी समस्या में बदल रहा है। नालों से निकलने वाले गाद को अक्सर सड़कों के किनारे फेंक दिया जाता है, जहाँ कई दिनों तक इसकी देखभाल नहीं की जाती, जिससे स्वास्थ्य और स्वच्छता से जुड़ी चिंताएँ पैदा होती हैं।
यमुना विहार, सी ब्लॉक के मैन रोड की सड़क किनारे जगह-जगह गाद के ढेर पड़े हैं। लेकिन उन्हें उठाने के लिए अभी तक कोई भी नगर निगम की गाड़ी नहीं आयी है। ये गाद सूखकर, धूंल बनके उड़ती है तथा सांस के साथ लोगों के शरीर में प्रवेश करके उन्हें बीमार बना रही है। या फिर ये गाद हवा के साथ उड़कर सड़क किनारे लगे ठेले व फूड की दुकानों में पहुंचकर वहां के खाने में मिल रही है तथा लोंगों और बच्चों का बीमार बना रही है।
सड़क पर हर 50 मीटर पर गाद के ढेर देखे जा सकते हैं, जो खुले मैनहोल के पास जमा हैं। निवासियों के अनुसार, सफाई कर्मचारियों ने एक सप्ताह पहले नालियों की सफाई शुरू की थी, लेकिन कीचड़ अभी भी वहीं पड़ा हुआ है। स्थानीय निवासी अमित प्रकाश ने कहा कि हम बीमारियों के फैलने को लेकर बेहद चिंतित हैं। मक्खियाँ, मच्छर, दुर्गंध और संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है।
वहीं हाल ही में हुई वर्षा और तूफान ने स्थिति को और खराब कर दिया है, कई निवासियों ने बताया कि कीचड़ या तो नालियों में बह गया है या सड़कों पर बह गया है। तथा गाड़ियों के पहियों से चिपककर घरों तक पहुंच चुका है। ऐसी ही शिकायतें बाकी ब्लॉकों से भी सामने आई हैं, जहां दुकानदारों का कहना है कि हर साल उनके प्रतिष्ठानों के बाहर गाद फेंकी जाती है। इलाके के एक फूड स्टोर के मालिक का कहना है कि हर साल वे नालियों की सफाई करते हैं, लेकिन गंदगी हमारी दुकानों के सामने छोड़ देते हैं। इससे व्यापार बाधित होता है, पार्किंग की जगहें जाम हो जाती हैं और यातायात धीमा हो जाता है।
एमसीडी अपने प्रशासनिक क्षेत्रों में गाद की सफाई और परिवहन के लिए निजी आॅपरेटरों को काम पर रखती है। गाद को गाजीपुर और भलस्वा लैंडफिल में निर्दिष्ट डंपिंग ग्राउंड में भेजा जाना है। एमसीडी अधिकारियों का दावा है कि समय पर हटाने के लिए ठेकेदारों को सख्त निर्देश जारी किए गए हैं। हालांकि, एक ठेकेदार ने माना कि देरी आम बात है: हम तब तक इंतजार करते हैं जब तक कि पर्याप्त मात्रा में गाद जमा न हो जाए और सूख न जाए, उसके बाद ही उसे ले जाते हैं और निवासियों को अधूरे सफाई कार्य के दुष्परिणामों से जूझना पड़ता है। उल्लेखनीय है कि भारतीय मौसम विभाग ने गुरुवार को चेतावनी देते हुए कहा कि इस हफ्ते दिल्ली में गरज के साथ बारिश होने की संभावना है। हवा की गति अस्थायी रूप से 60-70 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है। इससे स्थिति और खराब होने की आशंका है।
Monday - Saturday: 10:00 - 17:00 | |
Bahujan Swabhiman C-7/3, Yamuna Vihar, DELHI-110053, India |
|
(+91) 9958128129, (+91) 9910088048, (+91) 8448136717 |
|
bahujanswabhimannews@gmail.com |