2025-05-31 17:08:49
एटा। जिले के जैनपुरा गांव में रविवार को उस वक्त तनाव भड़क गया जब ठाकुर समुदाय ने श्रीमद भागवत कथा के लिए कलश यात्रा निकाली। महिलाएं और बच्चियां सिर पर कलश लेकर चल रही थीं। जाटव मोहल्ले से गुजरते समय दलित समाज ने विरोध शुरू किया। उन्होंने यात्रा को रोक दिया। दोनों पक्षों में कहासुनी हुई। देखते ही देखते दोनों पक्षों में तीखी बहस शुरू हो गई, जो कुछ ही देर में हिंसक झड़प में बदल गई। हालात इस कदर बिगड़े की मौके पर पहुंची पुलिस की भी हालत खराब हो गई और भारी पुलिस बल बुलाना पड़ा। मामला भागवत कथा आयोजन से जुड़ा है, जिसे ठाकुर समाज द्वारा गांव में हर वर्ष की तरह इस बार भी आयोजित किया गया था। धार्मिक कार्यक्रम के तहत कलश यात्रा श्रद्धा के साथ निकाली जा रही थी, जो दलित बस्ती से होकर गुजरनी थी। लेकिन जैसे ही यात्रा दलित समुदाय के मोहल्ले के पास पहुंची, लोगों ने रास्ता रोक लिया।
दलित समाज का पक्ष: दलित समाज के लोगों ने आरोप लगाया कि 14 अप्रैल को डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती के अवसर पर जब उन्होंने शोभायात्रा निकालनी चाही थी, तो प्रशासन ने अनुमति नहीं दी और उनकी यात्रा को रोक दिया गया। ऐसे में वे अब ठाकुर समाज की यात्रा को भी अपने मोहल्ले से निकलने की अनुमति नहीं देंगे।
वहीं ठाकुर समाज के लोगों का कहना है कि अंबेडकर जयंती की शोभायात्रा गांव में पहले कभी नहीं निकाली गई और वह एक नई परंपरा शुरू करने की कोशिश थी, जिसे प्रशासन ने अनुमति न होने के कारण रोका था। जबकि भागवत कथा एक धार्मिक और पारंपरिक आयोजन है, जो वर्षों से गांव में होता आ रहा है।
जैसे को तैसा: इस घटना से वंचित समाज को प्रेरणा लेनी चाहिए कि अब पूरा दलित समाज हिन्दुत्व की मानसिकता वालों को इसी भाषा में जबाव दे। तभी हिन्दुत्व की वैचारिकी और जातिवाद की भावना इस देश में कमजोर पड़ सकती है और देश में समता, स्वतंत्रता, न्याय एवं बंधुत्व की स्थापना हो सकती है। अगर देश को हिन्दुत्वादी जहर से सुरक्षित करना है तो दलित समाज की जागरूक जनता को मुकाबले के लिए एकजुटता के साथ लठ्ठ लेकर मैदान में उतरना होगा।
Monday - Saturday: 10:00 - 17:00 | |
Bahujan Swabhiman C-7/3, Yamuna Vihar, DELHI-110053, India |
|
(+91) 9958128129, (+91) 9910088048, (+91) 8448136717 |
|
bahujanswabhimannews@gmail.com |